सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
सरकारी नौकरी और समानता का नारा सबसे खोखला, वागले की दुनिया ने कैसे दुखती रग पर हाथ रखा
क्या सबको सरकारी नौकरी दी जा सकती है, क्या यह संभव है कि सब समान हो जाए, एक जैसे हो जाए. अगर नहीं तो फिर समानता को लेकर खोखले दावे क्यों किए जाते हैं. मूल मुद्दे पर बात क्यों नहीं होती? वागले की दुनिया में समानता-गैर बराबरी को लेकर जरूरी बात हुई.
सिनेमा | 7-मिनट में पढ़ें


